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CRYPTO LAUNCHPAD

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Crypto Project को LAUCHPAD कैसे सपोर्ट करते हैं

किसी नए क्रिप्टो प्रोजेक्ट को मार्केट में लॉन्च होने से पहले लम्बी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है, इसके साथ ही हम यह जानते हैं कि एक प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए केवल डेवलपर्स और कम्युनिटी के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट की भी आवश्यकता होती है। 

Crypto Launchpad ऐसे ही प्लेटफार्म होते हैं, जो क्रिप्टो प्रोजेक्ट और उन शुरूआती इन्वेस्टर्स के बीच पुल का काम करते हैं, जो प्रोजेक्ट की इनिशियल स्टेज से ही उसमें जुड़ना चाहते हैं। Launchpad के ज़रिए नए Token लॉन्च किए जाते हैं और शुरुआती फंडिंग जुटाई जाती है, जिससे प्रोजेक्ट को मार्केट में अपनी पहचान बनाने का और इन्वेस्टर्स को कम दाम में नए टोकन पाने का मौका मिलता है।

Launchpads ने फण्डरेजिंग का एक नया, अधिक सिक्योर्ड और स्ट्रक्चर्ड तरीका तैयार किया है, जहाँ ट्रांसपेरेंसी, रिव्यु और कंप्लायंस जैसे ज़रूरी आस्पेक्ट्स का ध्यान रखा जाता है।

🤔 Launchpad कैसे काम करते हैं ?

Launchpad का मूल उद्देश्य है, नए क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स को शुरुआती कैपिटल और यूजर बेस प्रोवाइड करवाना और इन्वेस्टर्स को हाई पोटेंशियल प्रोजेक्ट्स तक प्राइमरी पहुँच देना। ये प्रोसेस आमतौर पर निम्न स्टेप्स में होती है:

Project Selection : 

Launchpad प्लेटफार्म किसी भी प्रोजेक्ट को ऑनबोर्ड करने से पहले उसका टेक्निकल, फाइनेंशियल और लीगल रिव्यु करते हैं।

Fundraising Mechanism : 

इसमें Token सेल, ऑक्शन या फिक्स्ड प्राइस सेल के माध्यम से प्रोजेक्ट फंड जुटाता है।

KYC & Compliance : 

इसमें पार्टिसिपेट करने वाले यूज़र्स को KYC वेरिफ़िकेशन के ज़रिए आइडेंटिटी दर्ज करवानी होती है।

Token Distribution : 

सक्सेसफुल फण्डरेजिंग के बाद, टोकन इन्वेस्टर्स को एलोकेट किए जाते हैं और लिक्विडिटी DEX या CEX पर अवेलेबल हो जाती है।

Crypto Launchpads के प्रकार

Launchpad अलग-अलग मॉडल्स पर काम करते हैं, जैसे कि Decentralized Exchange या Centralized Exchanges, या Direct Public Sales. इसके प्रमुख प्रकार हैं.

IDO (Initial DEX Offering) Decentralized Exchange पर टोकन लॉन्च Polkastarter, BSCPad

IEO (Initial Exchange Offering) Centralized Exchange द्वारा टोकन सेल Binance Launchpad, KuCoin Spotlight

ICO (Initial Coin Offering) बिना किसी एक्सचेंज के Direct Token Sale (अब कम उपयोग किया जाता है)

INO (Initial NFT Offering) NFT प्रोजेक्ट्स के लिए Dedicated Sale GameFi, Seedify

IDO डिसेंट्रलाइजेशन और लिक्विडिटी के कारण लोकप्रिय है।

IEO में एक्सचेंज की क्रेडिबिलिटी और कंप्लायंस प्रोसेस इन्वेस्टर्स को सिक्योरिटी देती है।

INO विशेष रूप से NFT प्रोजेक्ट्स के लिए होता है, जहाँ NFT इकोसिस्टम को टारगेट किया जाता है।

🤔 Launchpad में आप कैसे एक्टिव हो सकते हैं ?

Launchpad में हिस्सा लेने की प्रोसेस इन स्टेप्स में पूरी होती है :

Account बनाना और KYC कम्पलीट करना : 

पहले प्लेटफार्म पर रजिस्टर करें और आइडेंटिटी वेरिफिकेशन पूरा करें।

Native Token Hold/Staking : 

अक्सर प्लेटफॉर्म्स अपने टोकन (जैसे BNB, DAO, CGPT) को होल्ड या स्टैक करने की कंडीशन रखते हैं।

Project Details की जानकारी लेना : 

अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की इनफार्मेशन देखें और उनकी टर्म्स, प्राइसिंग और टाइमइन को समझें।

Subscription या Lottery Participation : 

कुछ प्लेटफार्म Lottery Model के द्वारा नए टोकन देते हैं जबकि कुछ गारंटीड एलोकेशन देते हैं।

Token Purchase: 

एलोकेशन मिलने के बाद टोकन खरीदें और डिस्ट्रीब्यूशन की प्रोसेस के  समय आपको टोकन अवेलेबल हो जाता है।

Trading & Listing : 

टोकन लिस्टिंग के बाद उन्हें एक्सचेंज पर ट्रेड किया जा सकता है।

💥Popular Crypto Launchpads💥

वर्तमान में कई Launchpads हैं जो विभिन्न Blockchain और सेक्टर्स को सपोर्ट करते हैं:

Launchpad Type

Binance Launchpad IEO High liquidity, Compliance-focused

DAO Maker IDO Community-focused, Fair Allocation

Polkastarter IDO Cross-chain support

Seedify IDO NFT और Gaming focused

BSCPad IDO Secure, Multi-chain Tier System

KuCoin Spotlight IEO Strong vetting और regulation

PancakeSwap Launchpad IDO Fast, Low-Fee, BNB Chain

ChainGPT Pad IDO Tiered, Multi-chain platform

💥Launchpads के बेनिफिट और लिमिटेशन💥

बेनिफिट:

Early Access: 

इन्वेस्टर्स को Presale में टोकन कम वैल्यू पर खरीदने का मौका मिलता है।

Project Growth : 

फाउंडर्स को कैपिटल के साथ-साथ कम्युनिटी और मार्केटिंग सपोर्ट भी मिलता है।

Security & Vetting : 

Platform Vetting से स्कैम की संभावना कम होती है।

Liquidity Access : 

टोकन की लिस्टिंग जल्दी होने में सहायता मिलती है।

लिमिटेशन:

Market Volatility : 

नए टोकन की प्राइस बहुत वोलेटीलिटी हाई होती है जिससे प्राइस में तेज़ उतार-चढ़ाव संभव है।

Fraud Risk : 

भले ही प्रोजेक्ट को पहले रिव्यु किया गया हो, लेकिन फिर भी Rug Pulls जैसी घटनाएं हो सकती हैं।

Regulatory Uncertainty : 

क्रिप्टो के लिए लगातार बदलते रेगुलेशन प्रोजेक्ट्स या इन्वेस्टर्स पर असर डाल सकते हैं।

Technical Complexity : 

प्रोसेस समझने और एक्सीक्यूट करने के लिए टेक्निकल नॉलेज ज़रूरी होता है।

Launchpads और Tokenomics का रिलेशन

यह किसी भी प्रोजेक्ट के Tokenomics के इनिशियल डिजाईन और एग्जीक्यूशन में प्रमुख भूमिका निभाते हैं:

Token Supply & Distribution : Launchpads टोकन की टोटल सप्लाई, Vesting Schedule और लॉक-अप पीरियड को प्रीडिफाइन करते हैं।

Incentive Design : Staking, रिवार्ड्स और यूटिलिटी को Tokenomics में शामिल कर इन्वेस्टर्स के बीच में प्रोजेक्ट की वैल्यू क्रिएट की जाती है।

Liquidity Management : Launchpads, Liquidity Pools और DEX/CEX Listing को मैनेज करते हैं।

Community Growth : कम्युनिटी एलोकेशन और एयरड्रॉप के द्वारा टोकन के एडॉप्शन को बढ़ावा मिलता है।

Launchpad vs Traditional ICO : Comparison 

फीचर Launchpad Traditional ICO

Vetting पूरे प्रोजेक्ट की Vetting कम या कोई जांच नहीं

Compliance KYC, AML जैसे नियम अक्सर बिना कंप्लायंस के

Community एक्टिव कम्युनिटी इन्वोल्वमेंट लिमिटेड कम्युनिटी सपोर्ट

Liquidity DEX/CEX लिस्टिंग के साथ Liquidity की कोई गारंटी नहीं

Investor Security प्लेटफार्म सेफगार्ड हाई रिस्क और कम प्रोटेक्शन

Participation Model Tiered या Lottery-based Open, बिना फ़िल्टर के 

Crypto Launchpads ने नए प्रोजेक्ट्स को लॉन्च करने के लिए और इन्वेस्टर्स को इनिशियल एंट्री पॉइंट्स देने की प्रोसेस को आसान और सिक्योर बना दिया है। यह प्लेटफॉर्म्स सिर्फ फण्ड नहीं जुटाते, बल्कि वे पूरे Tokenomics Design, कम्युनिटी सपोर्ट और मार्केट एक्सेस को प्रभावित करते हैं। लेकिन हर संभावना के साथ जोखिम भी आते हैं। इसलिए DYOR (Do Your Own Research) करते हुए सही लॉन्चपेड, प्रोजेक्ट और Tokenomics को समझना ज़रूरी है। 

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