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CRYPTO DANGER
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सावधान !
क्रिप्टोकरेंसी में पिछले कुछ समय में काफी तेजी आ रही है। इसमें निवेश करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इसमें फायदे के साथ नुकसान भी हैं।
तीन महीने में एक लाख रुपये के एक करोड़ रुपये !
नहीं, यह झूठ नहीं है।
मुबारक (Mubarak) नाम की क्रिप्टोकरेंसी ने इतना, यहां तक कि इससे ज्यादा रिटर्न दिया है। लेकिन रुकिए।
इसका मतलब यह नहीं कि आप भी आंख बंद करके इसमें पैसा लगा दें।
24 घंटे चलने वाला क्रिप्टो का यह बाजार आपको एक दिन में कंगाल भी कर सकता है।
नोएडा में रहने वाले विवेक की नई नौकरी लगे 6 महीने ही हुए थे। ऑफिस में एक दिन दोस्तों के साथ चर्चा में क्रिप्टोकरेंसी का जिक्र छिड़ गया। विवेक ने अभी अपना इन्वेस्टमेंट शुरू नहीं किया था। वह इसकी प्लानिंग कर रहे थे। दोस्तों के साथ चर्चा के दौरान उन्हें लगा कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश फायदे का सौदा है। इसमें कम समय में ज्यादा रिटर्न कमाया जा सकता है।
विवेक ने बिना कुछ रिसर्च किए या इसकी बहुत ज्यादा जानकारी लिए कुछ क्रिप्टोकरेंसी में एक लाख रुपये निवेश कर दिए।
वह रोजाना अपने फोन पर चेक करते थे कि उनकी रकम आज कितनी बढ़ गई।
6 महीने में उनके एक लाख रुपये करीब डेढ़ लाख रुपये हो गए थे।
अच्छा रिटर्न देख उन्होंने उन्हीं क्रिप्टो में 50 हजार रुपये और निवेश कर दिए।
एक दिन सुबह जब उनकी आंख खुली और मोबाइल में क्रिप्टो का रिटर्न देखा तो उन्हें गहरा शॉक लगा।
उनके करीब दो लाख रुपये मात्र 50 हजार रुपये रह गए थे।
एक क्रिप्टो जो बहुत तेजी से बढ़ रही थी, अचानक धड़ाम हो गई और विवेक का पैसा डूब गया।
निवेश से पहले रिसर्च जरूरी
सिर्फ विवेक ही नहीं, ऐसे न जानें कितने निवेशक हैं जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अपना पैसा डुबो दिया। इसलिए जानकार कहते हैं कि क्रिप्टो में निवेश करने से पहले अच्छे से रिसर्च कर लें। किसी ऐसे शख्स से जानकारी लें जो पहले से इसमें निवेश कर रहा हो।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी ?
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है। यह लेन-देन को सुरक्षित बनाने के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करती है।
यह एक ऐसे नेटवर्क पर आधारित है जिस पर किसी का कंट्रोल नहीं है। मतलब, इसे कोई एक व्यक्ति या संस्था नहीं चलाती है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौतिक रूप नहीं होता। यह सिर्फ एक डिजिटल लेजर पर मौजूद होती है जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं। जैसे आप रुपयों से डिजिटल पेमेंट करते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी से भी सामान और सर्विस के लिए पेमेंट कर सकते हैं। लेकिन, इसके लिए जरूरी है कि जिसे आप पेमेंट कर रहे हैं, वह इसे स्वीकार करे।
क्रिप्टोकरेंसी से आप सीधे लेन-देन कर सकते हैं। इसमें बैंक जैसे किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं होती।
यह सुरक्षा और पहचान के लिए पब्लिक और प्राइवेट कीज का इस्तेमाल करती है।
लेन-देन का रेकॉर्ड एक पब्लिक लेजर पर दर्ज होता है जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं। इससे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ती है।
आज 5000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। बिटकॉइन सबसे पहली और सबसे ज्यादा प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी है।
शेयर मार्केट और क्रिप्टोकरेंसी
शेयर मार्केट और क्रिप्टोकरेंसी, रिटर्न के मामले में दोनों की स्थिति एक जैसी है।
जिस प्रकार ज्यादा रिटर्न देने वाला शेयर अचानक से बर्बाद कर देता है, उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी भी धड़ाम हो जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण क्रिप्टो का ओपन मार्केट होना भी है।
दरअसल, शेयर मार्केट पर सरकार की नजर और पहरा, दोनों रहते हैं। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ऐसा नहीं है। हां, सरकार की नजर जरूर रहती है, लेकिन किसी भी तरह का पहरा नहीं है। यही कारण है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शेयर मार्केट से ज्यादा खतरनाक है।
लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न
ऐसा नहीं है कि हर क्रिप्टो आपका पैसा डुबोती हो।
कई ऐसी भी क्रिप्टो हैं जिन्होंने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। हालांकि शेयर की तरह उतार-चढ़ाव इसमें भी आता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में कई क्रिप्टो निवेशकों के लिए फायदे का सौदा रही हैं। इनमें बिटकॉइन और डॉगकॉइन प्रमुख हैं।
बिटकॉइन सबसे महंगी क्रिप्टो
बिटकॉइन सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है। अभी एक बिटकॉइन की कीमत 1.07 लाख डॉलर (करीब 91 लाख रुपये) है। इसने एक साल में निवेशकों को 70 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। बिटकॉइन सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी मानी जाती है। यही कारण है कि सबसे ज्यादा लोगों ने इसी में निवेश किया है।
बिटकॉइन का मार्केट कैप 2.13 ट्रिलियन डॉलर है। अगर इसे एक कंपनी मान लिया जाए तो इतने मार्केट कैप के साथ यह दुनिया की 6वें नंबर की कंपनी होगी। सबसे ज्यादा मार्केट कैप के साथ पहले नंबर पर एनवीडिया, दूसरे पर माइक्रोसॉफ्ट, तीसरे पर ऐपल, चौथे पर अमेजन और पांचवें पर गूगल है।
एक साल में एक लाख के एक करोड़ रुपये
कई क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं जिन्होंने एक साल के भीतर ही निवेशकों के ऊपर पैसों की बरसात कर दी है। मुबारक (Mubarak) और हाइपरलिक्विड (Hyperliquid) इन्हीं में शामिल हैं। मुबारक मीम कॉइन है।
मुबारक क्रिप्टो की कीमत अभी 0.03331 डॉलर (करीब 2.85 रुपये) है।
यह क्रिप्टो 13 मार्च 2025 को लॉन्च हुई थी। कॉइनमार्केटकैप के मुताबिक तब से लेकर अब तक यानी तीन महीने से कुछ ज्यादा समय में इसने निवेशकों 10000 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। यानी इतने समय में निवेशकों के एक लाख रुपये को एक करोड़ रुपये से ज्यादा में बदल दिया है।
अब बात हाइपरलिक्विड की।
इसकी कीमत अभी 36.62 डॉलर (करीब 3130 रुपये) है।
यह क्रिप्टो पिछले साल 2024 नवंबर में लॉन्च हुई थी। तब से लेकर अब तक यानी इन 7 महीनों में 1000 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। यानी इसने 7 महीने में ही एक लाख रुपये के निवेश पर 10 लाख रुपये से ज्यादा का फायदा दे दिया है।
मीम कॉइन का बढ़ा चलन
मीम कॉइन भी एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है।
इनमें फोटो, वीडियो आदि के रूप में मजेदार मीम इस्तेमाल किए जाते हैं। डॉगकॉइन (Dogecoin) और शिबा इनू (Shiba Inu) वर्तमान में सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हैं।
इनके अलावा ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया के नाम से भी मीम कॉइन क्रिप्टोमार्केट में मौजूद हैं। इनमें निवेश करना काफी जोखिम भरा होता है, क्योंकि इनकी कीमत में बहुत जल्दी उतार-चढ़ाव आता है।
मीम क्रिप्टोकरेंसी को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। इनकी कीमतें तब बढ़ती है जब कम्यूनिटी के मेंबर कॉइन को खरीदते हैं ताकि वो इस मजाक का हिस्सा बन सकें।
पाई नेटवर्क ने मचाया था धमाल
पाई नेटवर्क क्रिप्टोकरेंसी 2025, 20 फरवरी को 1.84 डॉलर पर लॉन्चिंग हुई थी। लॉन्चिंग के चार दिन के भीतर ही इसने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया था। 25 फरवरी को रात 10 बजे इसकी कीमत 1.59 डॉलर थी। ऐसे में इसमें चार दिनों में न्यूनतम कीमत के मुकाबले करीब 148 फीसदी का उछाल आ गया था। लेकिन अब यह बुरी तरह टूट चुकी है। इसकी कीमत एक डॉलर से भी काफी नीचे है।
ट्रंप, मस्क का बड़ा योगदान
क्रिप्टोकरेंसी को आगे बढ़ाने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क का काफी योगदान है। एलन मस्क हमेशा के क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट करते रहे हैं। उन्होंने कई बार इसमें ट्रांजेक्शन की भी बात कही है। वहीं पिछले साल 2024 दिसंबर में ट्रंप की जीत के बाद क्रिप्टोकरेंसी में तेजी आई थी। ट्रंप में चुनाव के दौरान क्रिप्टोकरेंसी को समर्थन देने की बात कही थी।
भारत में क्या है स्थिति ?
भारत में बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी खरीदना कानूनी है। निवेशक भारत सरकार द्वारा रजिस्टर्ड एक्सचेंजेस से इसे खरीद सकते हैं। हालांकि, इसे करेंसी के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। यह सिर्फ एक इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट है। भारत क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक रूपरेखा तैयार कर रहा है। हालांकि, इसके लागू होने तक इसे अवैध नहीं कहा जा सकता।
मुनाफे पर देना पड़ता है टैक्स
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाला प्रॉफिट इनकम टैक्स के दायरे में आता है। सरकार ने 2022 में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर टैक्स लगाने की घोषणा की थी। इसे बेचने पर इससे होने वाले मुनाफे पर आपको 30% का टैक्स देना होगा। ऐसे लेनदेन पर 1% अतिरिक्त TDS भी लगता है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से नुकसान
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के फायदे और नुकसान दोनों हैं। कुछ क्रिप्टो में जहां कम समय में ही अच्छा रिटर्न मिल जाता है तो वहीं कुछ पलक झपकते ही कंगाल भी कर सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका भाव हर सेकेंड बदलता है। क्रिप्टो में कारोबार 24 घंटे चलता है। कोई छुट्टी नहीं होती।
क्रिप्टो में निवेश के ये कुछ बड़े नुकसान हैं :
क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य बहुत तेजी से बदलता है। इससे आपको नुकसान हो सकता है।
इसे हैक किया जा सकता है। इससे आपको अपनी क्रिप्टोकरेंसी खोने का खतरा होता है।
इसे लेकर कानून अभी भी स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में आपको कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल वॉलेट में होती हैं। वॉलेट का बैकअप नहीं लेने से क्रिप्टोकरेंसी संपत्ति का पूरा नुकसान हो सकता है।
सावधान :
क्रिप्टो की दुनिया रोमांच और अनिश्चितता से भरी है। इसलिए किसी भी क्रिप्टो में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी हासिल करना और सोच-समझकर फैसला लेना बहुत जरूरी है। नहीं तो आपका पैसा डूब भी सकता है।
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